एसडीओपी सुसनेर देवनारायण यादव एवं उपनिरीक्षक आलोक परेटिया ने छात्र–छात्राओं को बाल अपराध, साइबर सुरक्षा, नैतिक शिक्षा, सुरक्षा, कानून और अनुशासन के विभिन्न पहलुओं पर किया जागरूक
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। “मुस्कान विशेष अभियान” के अंतर्गत आगर मालवा पुलिस द्वारा जिले के विद्यालयों में सतत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार तथा पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य बाल सुरक्षा, गुमशुदा नाबालिगों की दस्तयाबी, बाल अपराध रोकथाम, बाल तस्करी नियंत्रण और साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
इसी क्रम में 19 नवंबर बुधवार को दर्शन सागर दिगंबर जैन ज्ञान मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल सुसनेर में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में एसडीओपी सुसनेर देवनारायण यादव ने बच्चों को उनके विरुद्ध होने वाले अपराधों, कानून के प्रावधानों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने गुड टच–बैड टच की अवधारणा को सरल भाषा में समझाते हुए बताया कि किसी भी असहज स्पर्श, छेड़छाड़ या अनुचित व्यवहार की तुरंत सूचना परिवार, शिक्षक या पुलिस को देना चाहिए।
एसडीओपी यादव ने पॉक्सो एक्ट के तहत बाल यौन अपराधों पर कठोर कानूनी कार्रवाई के प्रावधानों को समझाया और छात्रों को जागरूक किया कि ऐसे अपराधों की सूचना देना न केवल उनका अधिकार बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने आगे साइबर अपराधों पर विस्तृत चर्चा की और छात्रों को बताया कि अजनबी नंबर से आने वाले वीडियो कॉल रिसीव न करें, किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, तथा बैंक, एटीएम पिन या निजी जानकारी किसी से साझा न करें। उन्होंने डिजिटल अरेस्ट जैसी नई ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में छात्रों को सचेत करते हुए बताया कि कानून में ऐसी किसी गिरफ्तारी का प्रावधान नहीं है और ऐसे अपराधियों की मांग पर कोई भुगतान नहीं करना चाहिए।
एसडीओपी यादव ने बच्चों को नशे, धूम्रपान और नशीली वस्तुओं से दूर रहने की सलाह दी तथा कहा कि नशा बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को बाधित करता है। उन्होंने छात्रों से बाल विवाह, आपराधिक गतिविधियों और गलत संगत से दूर रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग सोच–समझकर करें और कोई भी भ्रामक या अनुचित सामग्री न शेयर करें। उन्होंने बच्चों को लक्ष्य निर्धारण, नियमित अध्ययन, अनुशासन और दैनिक जीवन में आसपास की वस्तुओं का अवलोकन कर सीखने की आदत विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान उपनिरीक्षक आलोक परेटिया ने भी विद्यार्थियों को सुरक्षा और कानून से जुड़े विषयों पर उपयोगी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने हेलमेट पहनने और यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता बताते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा बच्चों की जिम्मेदारी भी है। आलोक परेटिया ने पॉक्सो एक्ट, साइबर सुरक्षा, बाल अपराध रोकथाम और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम में कुल 300 छात्र–छात्राओं ने सहभागिता की और बाल सुरक्षा, साइबर जागरूकता, कानून और नैतिक शिक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। इस अवसर पर ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर मुकेश तिवारी, विद्यालय के प्राचार्य दिनेश कुमार जैन, तथा शिक्षकगण मुकेश बोहरा, प्रतिक राठौर, पवन विश्वकर्मा, मानसिंह सोंधिया, ईश्वर बरेठा, राजाराम सोलंकी, राहुल चंदेल, आयुष जैन, आशीष जैन, एवं शिक्षिकाएँ रिंकू जैन, पदमा जैन, नीलम जैन, उमा जैन, अंकिता जैन, महिमा जैन सहित अन्य स्टाफ भी उपस्थित रहा।
आगर मालवा पुलिस “मुस्कान विशेष अभियान” के माध्यम से बाल सुरक्षा, जागरूकता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रभावी प्रयास कर रही है, ताकि जिले के प्रत्येक बच्चे को सुरक्षित और जागरूक वातावरण प्रदान किया जा सके।