नवोदय विद्यालय सुसनेर में पुलिस की जागरूकता पहल, बाल अपराध रोकथाम और साइबर सेफ्टी पर छात्रों को मिली सीख
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। “मुस्कान विशेष अभियान” के अंतर्गत आगर मालवा पुलिस द्वारा जिले के शिक्षण संस्थानों में बाल सुरक्षा, जागरूकता और कानूनी जानकारी को लेकर लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार एवं पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में 1 से 30 नवम्बर 2025 तक संचालित इस अभियान का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा, गुमशुदा नाबालिगों की दस्तयाबी, बाल अपराधों की रोकथाम, बाल तस्करी नियंत्रण तथा साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।_
इसी क्रम में 17 नवंबर सोमवार को जवाहर नवोदय विद्यालय, सुसनेर में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां एसडीओपी सुसनेर देवनारायण यादव ने विद्यार्थियों को बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों, सुरक्षा उपायों और कानून संबंधी प्रावधानों के बारे में विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने छात्रों को बताया कि बच्चों को अपने अधिकारों और सुरक्षा से जुड़े बुनियादी पहलुओं की सही जानकारी होना बेहद आवश्यक है। एसडीओपी यादव ने गुड टच–बैड टच की समझ को सरल रूप में समझाते हुए किसी भी असहज स्पर्श, छेड़छाड़ या अनचाहे व्यवहार की तुरंत सूचना परिवार, शिक्षक या पुलिस को देने की सलाह दी।
उन्होंने आगे पॉक्सो एक्ट के कड़े प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों के साथ होने वाले किसी भी प्रकार के यौन अपराध पर कानून अत्यंत कठोर दंड का प्रावधान रखता है। इसके बाद उन्होंने साइबर अपराधों पर विस्तार से चर्चा की और विद्यार्थियों को बताया कि साइबर अपराध क्या होते हैं, कैसे होते हैं और इनसे बचने के लिए कौन-कौन सी सावधानियाँ आवश्यक हैं। उन्होंने विशेष रूप से छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा कि अजनबी नंबर से आने वाले वीडियो कॉल कभी रिसीव न करें, अपने एटीएम पिन, पासवर्ड या किसी भी खाते की जानकारी किसी के साथ साझा न करें, तथा किसी भी लिंक को बिना सत्यापित किए न खोलें।
एसडीओपी यादव ने बच्चों को डिजिटल अरेस्ट जैसी नई धोखाधड़ी से भी अवगत कराया और बताया कि कानून में ऐसी किसी गिरफ्तारी का कोई प्रावधान नहीं है और ऐसे मामलों में भयभीत होकर कोई भुगतान नहीं करना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी प्रसारित न करने, किसी भी प्रकार की अश्लील सामग्री शेयर न करने और फर्जी लोन ऐप से लोन न लेने की सलाह दी, क्योंकि ये ऐप समय पर किश्त न भरने की स्थिति में लोगों को ब्लैकमेल करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग केवल विश्वसनीय और प्रमाणित एप्लिकेशन से ही करनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान एसडीओपी ने बच्चों को लक्ष्य निर्धारण, पढ़ाई पर फोकस और अनुशासन के महत्व के बारे में भी मार्गदर्शन दिया।
इस अवसर पर उपनिरीक्षक आलोक परेटिया ने भी बच्चों को विभिन्न प्रकार के अपराधों, बाल सुरक्षा कानूनों और सावधानियों से अवगत कराया।
उन्होंने बच्चों को अपराधों की रोकथाम में उनकी भूमिका के बारे में बताया तथा उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में कुल 275 छात्र–छात्राओं ने सहभागिता की और सुरक्षा, कानून तथा साइबर जागरूकता से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं। इस जागरूकता सत्र में ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर मुकेश तिवारी, विद्यालय के प्राचार्य तथा शिक्षकगण भी मौजूद रहे और उन्होंने पुलिस के इस प्रयास की सराहना की।
आगर मालवा पुलिस “मुस्कान विशेष अभियान” के माध्यम से बाल सुरक्षा, संवेदनशीलता और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रभावी कार्य कर रही है तथा समाज में सुरक्षित और जागरूक वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।