सीएम हेल्पलाईन निराकरण में त्रुटीपूर्ण जवाब न डालें
शिकायत निराकरण की एक सप्ताह में स्थिति सुधारे
जर्जर भवन में विद्यालय संचालित न हो, जांच करें
कलेक्टर ने टीएल बैठक में दिये निर्देश
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरतें, शिकायतकर्ता की संतुष्टी पर समाधानकारी निराकरण करना सुनिश्चित करें। ‘डी‘ ग्रेडिंग वाले विभाग विशेष ध्यान दें, ‘ए‘ ग्रेडिंग प्राप्त करें, अन्यथा कार्यवाही होगी। यह निर्देश कलेक्टर श्रीमती प्रीति यादव ने 3 नवंबर सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित टीएल बैठक में अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने विभागवार सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों, के निराकरण की स्थिति की जानकारी ली। शिकायतों के शत्-प्रतिशत निराकरण करने पर खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य के लिये सम्मान और कार्य नहीं करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने शिकायतों के निराकरण में अपेक्षित प्रगति न लाने वाले विभागों के अधिकारियों पर घोर नाराजगी जाहिर करते हुए चेतावनी दी कि एक सप्ताह में स्थिति में सुधार लाएं। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की लाडली बहना योजना से संबंधित लम्बित शिकायतों को सीईओ जनपद एवं सीडीपीओ के समन्वय से एक सप्ताह में निराकरण के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि शिकायतों के निराकरण में गुणवत्तापूर्ण जवाब डाले, त्रुटीपूर्ण एवं गुणवत्ताहीन जवाब दर्ज नहीं करे। विभाग प्रमुख शिकायतों के निराकरण में व्यक्तिगत रूचि ले, शिकायतकर्ता से बात करें, उनकी समस्या को समझे और समाधानकारी निराकारण करें। यदि शिकायत सही है, तो निराकरण में देरी न हो। सीएमएचओ को स्वास्थ्य विभाग की शिकायतों में गुणवत्तापूर्ण जवाब दर्ज करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने वित्त विभाग की काफी दिनों से लम्बित शिकायतों पर नाराजगी जाहिर करते हुए विभागीय अधिकारी को तत्काल शिकायतकर्ता से बात कर निराकरण करने के निर्देश दिए। नामांतरण, बंटवारा, भू-अर्जन आदि शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि टाईम लिमिट की शिकायतों का समय पर निराकरण हो। पीएम सम्मान निधि, प्राकृतिक आपदा आदि शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग की शिकायत समाधान ऑनलाईन में न आएं, समय पर निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई के आवेदनों को टीएल में चिन्हित किये है, संबंधित अधिकारी आगामी टीएल बैठक से पूर्व निराकरण प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि जर्जर भवनों में विद्यालयों का संचालन न हो, सभी जगह विजिट कर, जांच करावें। इंजिनियर और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी से भवनों के संबंध में रिपोर्ट ले। पशुपालन विभाग के अधिकारी को गौवंशों का वैक्सीनेशन करने और सीएमएचओ को पैथालॉजी लैब की रैण्डमली जांच करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सशस्त्र सेना झण्डा निधि में लक्ष्यानुसार राशि शीघ्र जमा कराएं।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नंदा भलावे कुशरे, अपर कलेक्टर आर पी वर्मा, एसडीएम सुसनेर सर्वेश यादव, एसडीएम आगर मिलिन्द ढ़ोके, डिप्टी कलेक्टर प्रेम नारायण परमार, श्रीमती किरण बरबडे सहित जिला अधिकारी उपस्थित रहे।