शिकायतों का समाधानकारी निराकरण समय पर हो
कलेक्टर ने टीएल बैठक में दिये निर्देश
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। सीएम हेल्पलाइन निराकरण में ’डी’ ग्रेडिंग प्राप्त विभागों के कारण प्रदेश स्तर पर पूरे जिले का परफॉर्मेंस प्रभावित होता है। आगामी बैठक से पूर्व सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण कर, ग्रेडिंग सुधारे, अन्यथा कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। कलेक्टर श्रीमती प्रीति यादव ने सोमवार को कलेक्टर सभा कक्ष में समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक लेकर सीएम हेल्पलाइन निराकरण में ’डी’ ग्रेडिंग में रहने पर वन विभाग, सामान्य प्रशासन,स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर आरपीवर्मा, एसडीएम आगर मिलिंद ढ़ोके, सुसनेर सर्वेश यादव डिप्टी कलेक्टर किरण बरबड़े, प्रेम नारायण परमार सहित जिले के अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने सभी विभागों की लंबित सीएम हेल्पलाइन की जानकारी लेकर अधिकारियों से लंबित रहने का कारण पूछते हुए निर्देश दिए कि जो शिकायते आसानी से निराकरण हो सकती है, उन्हें किसी भी स्थिति में लंबित न रखें। शिकायत निराकरण में पोर्टल पर दर्ज जवाब में उच्च गुणवत्ता वाले शब्दों का प्रयोग करें। कलेक्टर ने सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन में किसी विभाग का निम्न परफॉर्मेंस ना रहे। सभी का प्रयास हो कि विभाग और जिला प्रथम आएं। प्रसूति सहायता की लंबित शिकायतों में कलेक्टर ने सीएमएचओ को निराकरण के निर्देश दिए। भावांतर योजना, फसल गिरदावरी अतिक्रमण, पीएम किसान सम्मान निधि आदि से संबंधित सीएम हेल्पलाइन का कलेक्टर ने अधिकारियों को दो दिवस में निराकरण करने के निर्देश दिए। विद्युत संबंधी शिकायतों का कैंप लगाकर निराकरण करने का निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने समय सीमा पत्रों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन स्तर एवं वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त पत्रों का जवाब समय पर भेजे। जिन विभागों को टीएल मार्क हुई है वह समय पर पोर्टल के माध्यम से निराकरण करना सुनिश्चित करें।
कृषकों को पर्याप्त खाद मिलें
कलेक्टर ने जिले में रबी सीजन के लिए कृषकों को यूरिया एवं अन्य खाद वितरण की समीक्षा की। कृषि विभाग एवं सहकारिता विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि कृषकों को खाद प्राप्त करने में कोई परेशानी ना हो, उन्हें आवश्यकता अनुसार खाद मिले। जिले की मांग अनुसार खाद की उपलब्धता बनाए रखें और वितरण करें। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए एसडीएम को निर्देश दिए कि अस्पताल का समय-समय पर विजिट कर, व्यवस्थाएं देखे, अव्यवस्थाओं पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करें। उन्होंने प्रत्येक टीएल बैठक में बीएमओ को भी उपस्थित रहने के निर्देश दिऐ। कलेक्टर ने राजस्व वसूली, फॉर्मर रजिस्ट्री आदि की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।