मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। मध्य प्रदेश माटीकला बोर्ड द्वारा प्रायोजित एवं सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉर्मेंस (क्रिस्प))भोपाल द्वारा संचालित 45 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रमाणपत्र वितरण एवं वैलिडेशन समारोह गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल सिद्ध हुआ।
समारोह में मुख्य अतिथि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नंदा भलावे कुशरे रहीं, जिन्होंने प्रशिक्षुओं के कार्यों का अवलोकन किया, उन्हें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया तथा उनका फीडबैक लेकर प्रशिक्षण की सराहना की। उन्होंने क्रिस्प संस्था एवं हेड हैंडीक्राफ्ट, सुश्री इराम परवीन के उत्कृष्ट योगदान, समर्पण और मार्गदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस अवसर पर जितेन्द्र सिंह सेंगर, म.प्र. माटीकला बोर्ड के प्रभारी प्रबंधक नलीनी चौहान, एलडीएम श्रीकान्त सक्सेना, संजय सक्सेना, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं ने पारंपरिक एवं आधुनिक ज्वेलरी निर्माण की तकनीकों को सीखा, जिससे वे स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने में सक्षम बनी हैं।
कार्यक्रम के दौरान मास्टर ट्रेनर हेमंत प्रजापति ने बताया कि प्रशिक्षण से महिलाओं में आत्मनिर्भरता की भावना का विकास हुआ है। उन्होंने गर्वपूर्वक साझा किया कि इस वर्ष दीपावली के अवसर पर प्रशिक्षुओं ने अपने बनाए उत्पादों की बिक्री कर मात्र तीन दिनों में 22 से 25 हजार रुपए तक की आमदनी अर्जित की, जो उनके कौशल और लगन का प्रमाण है।
अंत में सीईओ जिला पंचायत ने सभी प्रशिक्षुओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक स्वतंत्रता और सशक्तिकरण का माध्यम बन रहे हैं।