डिजिटल अरेस्ट, बैंक लोन फ्रॉड, APK फाइल, सोशल मीडिया अपराध जैसे विषयों पर दी गई जानकारी
सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने एवं ठगी से बचाव हेतु किया गया मार्गदर्शन
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। राष्ट्रीय सायबर जागरूकता माह 1 से 31 अक्टूबर 2025 के तहत पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के निर्देशन में जिलेभर में सघन जनजागरण अभियान निरंतर संचालित है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों, विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों को सायबर अपराधों से सतर्क करना एवं डिजिटल सुरक्षा की संस्कृति को प्रोत्साहित करना है।
इसी क्रम में मंगलवार को थाना नलखेड़ा अंतर्गत सउनि आशा लकवाल एवं उनकी टीम द्वारा ग्राम रीछि, देहरीदेव, देवगुराडिया, खेलगांव, खेड़ी एवं पिलवास में सघन जनजागरण अभियान चलाया गया। इस दौरान टीम ने ग्रामीणों, महिलाओं तथा विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को सायबर अपराधों के विभिन्न स्वरूपों जैसे — डिजिटल अरेस्ट, फर्जी बैंक लोन ऐप, सोशल मीडिया अपराध, फिशिंग लिंक, QR कोड फ्रॉड, OTP शेयरिंग एवं APK फाइल डाउनलोडिंग आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
टीम ने बताया कि सायबर अपराधी प्रायः फर्जी कॉल या वेबसाइट के माध्यम से पुलिस या बैंक अधिकारी बनकर लोगों से धन उगाही करते हैं। ऐसे में किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल, OTP या UPI पिन साझा न करें। साथ ही मोबाइल में अनजान लिंक या एप्लिकेशन डाउनलोड न करने की सलाह दी गई।
इसी प्रकार थाना कानड़ पुलिस टीम द्वारा भी सायबर जागरूकता अभियान के अंतर्गत सेंट सेबेस्टियन स्कूल कानड़ में छात्रों को सायबर अपराधों से बचाव हेतु जानकारी दी गई। टीम ने विद्यार्थियों को बताया कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से संपर्क न करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, और किसी प्रकार की ऑनलाइन धमकी या ठगी की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि यदि किसी नागरिक के साथ सायबर ठगी होती है, तो तुरंत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
जिला पुलिस द्वारा चलाया जा रहा यह जनजागरण अभियान नागरिकों में डिजिटल सुरक्षा, सतर्कता और आत्मविश्वास का वातावरण निर्मित कर रहा है, जो एक सुरक्षित डिजिटल समाज की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।