पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह का प्रेरक संदेश-ध्यान और प्राणवायु से मन में स्थिरता, कार्य में उत्कृष्टता आती है
नशे से दूरी, ध्यान से मजबूती- हार्टफुलनेस सत्र ने पुलिस बल में भरी नई सकारात्मक ऊर्जा
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। पुलिस लाइन आगर में 24 अक्टूबर शुक्रवार को साप्ताहिक जनरल परेड का आयोजन किया गया। परेड का उद्देश्य पुलिस बल में अनुशासन, एकरूपता एवं दक्षता को और सुदृढ़ करना रहा। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया तथा परेड की सलामी ली गयी। उत्कृष्ट टर्न-आउट प्रदर्शित करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया। इसके उपरांत पुलिस कर्मियों ने स्क्वाड ड्रिल अभ्यास किया, जिसमें सामूहिक तालमेल और अनुशासन का उत्कृष्ट प्रदर्शन देखा गया परेड का संचालन सूबेदार जितेन्द्र शुक्ला एवं उनि जितेन्द्र सिंह चौहान द्वारा किया गया।
परेड उपरांत पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस लाइन परिसर स्थित ऑप्टिकल्स सेंटर एवं नवीन ओपन जिम का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कर्मियों के स्वास्थ्य के लिए की गई व्यवस्थाओं की सराहना की एवं आवश्यक सुधार हेतु निर्देश दिए।
इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह द्वारा हार्टफुलनेस ध्यान सत्र में विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने कहा कि “ध्यान मनुष्य के जीवन में शांति, एकाग्रता और मानसिक संतुलन लाता है। नियमित ध्यान से तनाव, अनिद्रा और अनेक बीमारियों से मुक्ति मिलती है।” उन्होंने श्वास नियंत्रण (प्राण वायु) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सांसों को स्थिर रखकर ध्यान करने से शरीर और मन दोनों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
साथ ही उन्होंने नशे से दूर रहने का संदेश देते हुए कहा कि “नशा समाज और व्यक्ति दोनों के लिए घातक है। यह स्वास्थ्य, परिवार और करियर तीनों को नष्ट करता है। पुलिस कर्मियों को स्वयं नशे से दूर रहकर समाज को भी इसके प्रति जागरूक करना चाहिए।”
इसके पश्चात सउनि संतोष खजुरिया, जिन्होंने हैदराबाद से हार्टफुलनेस प्रशिक्षण प्राप्त किया है, द्वारा सभी अधिकारी-कर्मचारियों को ध्यान अभ्यास करवाया गया एवं एक प्रेरणादायक प्रार्थना सत्र संपन्न हुआ।
परेड में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविन्द्र कुमार बोयट, रक्षित निरीक्षक सपना परमार, सूबेदार स्टेनो मुख्तियार खान, समस्त थाना प्रभारीगण सहित 120 से अधिक पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
अंत में पुलिस अधीक्षक द्वारा ऑर्डरली रूम (O.R.) का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस कर्मियों की समस्याएं सुनी गईं एवं चार प्रकरणों का त्वरित समाधान किया गया। उन्होंने सभी से जनसेवा के कार्यों में संवेदनशीलता, ईमानदारी और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने का आह्वान किया।