बहानेबाजी न करें, कम परीक्षा परिणाम पर संस्था प्राचार्य और शिक्षकों की जिम्मेदारी तय होगी
शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक हुई
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। जिले के बोर्ड परीक्षा परिणामों में सुधार लाएं, सभी प्राचार्य एवं शिक्षक 90 प्रतिशत से अधिक परीक्षा परिणाम लाने के प्रयास करें, यह निर्देश कलेक्टर श्रीमती प्रीति यादव ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक लेकर दिये। कलेक्टर ने वर्ष-2024-25 के बोर्ड परीक्षा परिणामों की विद्यालयवार जानकारी ली और कम परिणाम वाली संस्थाओं के प्राचार्यां से कारण पूछते हुए ठोस कारण न होने पर नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा कि बाहनेबाजी न करें, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी स्थिति में क्षम्य नहीं होगा, वर्ष-2025-26 में जिन विद्यालयों के बोर्ड परीक्षा परिणाम कम आयेंगे उनके प्राचार्य और शिक्षकों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। कलेक्टर ने प्राचार्यों से कहा कि शिक्षा में नवीन तकनीकी का प्रयोग करें, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें, कमजोर बच्चों पर अभी से विशेष ध्यान दिया जाए। बच्चों की उपस्थिति बढ़ाएं, उन्हें नियमित शालाओं में आने हेतु प्रेरित करें। जिन शालाओं के विगत वर्ष परिणाम अच्छे रहें है, कम परिणाम वाली संस्थाएं उनसे सीख लेकर परिणाम सुधारें।
कलेक्टर ने डीईओ को निर्देश दिए कि जिले के सभी विद्यालय निर्धारित समय अनुसार संचालित हो, शिक्षक भी समय पर उपस्थित होकर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। अधिकारी विद्यालयों का औचक भ्रमण कर शैक्षणिक गुणवत्ता एवं विद्यालय खुलने और बंद होने की जानकारी ले, लापरवाही करने वाले शिक्षकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। कलेक्टर ने बैठक में कक्षा 1 से 12वीं तक विद्यार्थियो के नामांकन ,शालाओ के पद संरचना, निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, निःशुल्क सायकिल वितरण, स्कूटी, लेपटॅाप, छात्रवृत्ति योजनाओ की समीक्षा की और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सांदीपनी स्कूलों में स्टॉफ की कमी की पूर्ति तथा अनुकम्पा नियुक्ति पर संज्ञान लेकर समय-सीमा में पदपूर्ति के निर्देश दिए। साथ ही छात्रवृत्ति एवं अन्य योजनाओ में जिले की रेटिंग सुधार करने हेतु आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षकों कीं शत-प्रतिशत ई-अटेंडेंस सुनिश्चित करें। ई-अटेंडेस दर्ज करने में टेक्निकल ईशु होने पर अवगत करवाएं, जिससे की एनआईसी के माध्यम से उसका निराकरण करवाया जा सके।
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वय एम के जाटव, समग्र शिक्षा अभियान एडीपीसी रमसा दिनेश कुम्भकार, संजीव उपाध्याय, समस्त विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी व विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक जिले के समस्त संकुल प्राचार्य उपस्थित थे।