साक्षात् सिद्धि दात्री है गोमाता - ग्वाल सन्त गोपालानंद सरस्वती
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। बड़ौद जनपद क्षेत्र में स्थित श्री कृष्ण योगेश्वर गोशाला बरगडी में चल रहें एकादश दिवसीय गो नवरात्रि महोत्सव के पंचम दिवस एवं भव्य श्री गो कृपा कथा के चतुर्थ दिवस पर श्रोताओं को संबोधित करते हुए 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा के प्रणेता एवं श्री गोपाल परिवार संघ के संस्थापक ग्वाल सन्त पूज्य स्वामी गोपालानन्द सरस्वती जी महाराज ने बताया कि जब जब सज्जन दुःखी हुए है, दुर्जनो का बल बढ़ा है और धर्म की हानि हुई है तब तब भगवती गोमाता ने अपनी अग्रणी भूमिका निभाकर भगवान नारायण को इस भूलोक में बुलाया है अर्थात इस धरा पर जब जब भी संकट आया है उसका निवारण भगवती गोमाता ने ही किया है यानि हमारी धर्म संस्कृति के हर शुभ कार्य में गाय माता को आगे रखने का विधान था क्योंकि गोमाता साक्षात् सिद्धिदात्री है और उसमें सब कुछ देने की शक्ति हैं,बस उसकी निष्काम भाव से सेवा कर ले तो जीवन के सभी अभावों की पूर्ति गोमाता कर देती है, बस उसके लिए धेनु शरणम् गच्छामि का सूत्र अपने जीवन में अपना लीजिए।
गो नवरात्रि महामहोत्सव के पंचम दिवस पर पूज्य मलूक पीठाधीश्वर पूज्य राजेन्द्र दास जी महाराज के कृपा पात्र पूज्य गोपेश कृष्ण दास जी महाराज वृन्दावन धाम ने अपने आशीर्वचन में बताया कि हमारे आराध्य रामकृष्ण रहें हैं और उन्होंने अपने जीवन का अधिकतम भाग पूज्या गोमाता की सेवा में ही लगाया है और उनको मानने पूजने वाले हम हमारी मूल प्रकृति से हटकर भगवती गोमाता से दूर होते जा रहें है जबकि भगवान की भी भगवान पूज्या गोमाता है ,लेकिन हमारे हृदय में पाप पुण्य की जो परिभाषा थी,वह बदल चुकी है और आज देश के अन्नदाता भी फसलों में जहर डालकर प्रकृति एवं मानव के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है और आज इस जहर के कारण भारत का सबसे समृद्ध राज्य पंजाब भी कैंसर जैसी असाध्य बीमारी से जूझ रहा है और ये सब गायमाता की दूर होने के कारण हुआ है ।
पूज्य महाराज जी ने बताया कि गाय बचेगी तो राष्ट्र बचेगा और राष्ट्र बचेगा तो हम क्योंकि यह प्रकृति,वातावरण जो कुछ भी दिखाई दे रहा है,वह गाय माता की कृपा से ही है लेकिन हमारी मूल प्रकृति से हटने के कारण हमारी प्रवृति बदल गई है इसलिए राष्ट्र को बचाना है तो भारत के अन्नदाता को गो आधारित कृषि को अपनाना होगा और वह तब ही संभव है जब हम गोमाता की सेवा करेंगे ।
गो नवरात्रि महामहोत्सव के पंचम दिवस पर बृज मंडल वृंदावन से पूज्य गोपेश कृष्ण दास जी महाराज एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित श्री कामधेनु गो अभयारण्य साल रिया के संरक्षक पूज्य रविन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज का सानिध्य मिला।
गो कृपा कथा के चतुर्थ दिवस के यजमान उज्जैन जिले के झारड़ा से श्रीराम शर्मा के परिवार रहें और समिति के कार्यकर्ताओं श्रीराम शर्मा के परिवार का बहुमान किया साथ ही नारायण शर्मा जयपुर,मदन सिंह सरपंच घटिया साईदास,प्रभु लाल व्यास,अंबाराम जोशी रावतखेड़ी,सरताज सिंह भोजा खेड़ी अध्यक्ष,मदन सिंह चौहान लोटिया जूनार्दा,श्याम सिंह चौहान सुमरा खेड़ा, मकला शनिदेव शरणम् गोशाला समिति के अध्यक्ष कुंवर राम सिंह लोटिया जूनार्दा आदि अतिथियों का समिति के कार्यकर्ताओं ने बहुमान किया ।
गो कृपा कथा के चतुर्थ दिवस पर ठिकाना इंदौक के समस्त ग्राम वासियों एवं श्री शनि शरणं गोशाला समिति मकला समिति की और से सैंकड़ों मातृशक्ति,युवा एवं बुजुर्गो ने भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई और अन्त में सभी गो प्रेमियों ने यज्ञ शाला की परिक्रमा कर गो व्रती महाप्रसादी ग्रहण की।