मैं से बढ़कर संसार में और कोई दुश्मन नहीं है- गोपालानंद सरस्वती
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/बडौद/आलोट/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। मध्यप्रदेश के आगर मालवा,उज्जैन,रतलाम एवं राजस्थान के झालावाड़ जिले की सीमा पर स्थित श्री कृष्ण योगेश्वर गोशाला बरगडी(बडौद) में 21 अक्टूबर से चल रहें एकादश गो नवरात्रि महामहोत्सव के पंचम दिवस के सायंकालीन जीवन सूत्र अध्यात्म सत्र के तहत चलने वाले गीता सत्संग में ग्वाल सन्त गोपालानंद सरस्वती ने बताया कि हमारी कामनाएं,हमारी इच्छाएं,हमारी अपेक्षाएं ही हमारी सबसे बड़ी दुश्मन है और इसमें सबसे बड़ी भूमिका मैं की है और जिसमें मैं का भाव आ गया उसका पतन निश्चित है मैना एवं बकरे का उदाहरण देते हुए बताया कि एक पक्षी मैना है जिसे लोग पालते है क्योंकि वह हमेशा मै ना बोलती हैं वहीं बकरा जो हमेशा मै मैं बोलता रहता है और उसका मैं ही उसे एक दिन कटने तक पहुंचा देता है इसलिए हमें अपने जीवन का भरोसा अपने ईष्ट पर रखना होगा और भक्ति,ज्ञान एवं सेवा के माध्यम से मैं पर विजय पाना संभव है क्योंकि जब तक मैं है तब तक वह नहीं है और जिस दिन वह आएगा उस दिन मैं अपने आप चला जाएगा।
गीता सत्संग सत्र के 107 वें दिवस पर जुना अखाड़ा के महंत एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित श्री कामधेनु गो अभयारण्य सालरिया के संरक्षक थानापति रविन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि देवताओं की भी देवता भगवती गोमाता का पुण्य पर्व है और इस बार भगवती गोमाता के इस पुण्य पर्व पर की साधना का मालवा के गौसेवकों द्वारा संचालित श्री कृष्ण योगेश्वर गोशाला को मिला है जो जिले की सबसे बड़ी गोशाला है और यहां विराजित डेढ़ हजार गौमाताओं का दर्शन कर बड़ा आनंद हुआ कि यहां विराजित सभी गोवंश स्वस्थ एवं प्रसन्न है जिसके लिए समिति के सभी कार्यकर्ताओं को साधुवाद है और इन कार्यकर्ताओं की मेहनत ही इस गोशाला को मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी गोशाला के रूप में स्थापित होगी इसमें कोई शंका नहीं है।
पंचम दिवस के रात्रि सत्र में मेवाड़ की प्रसिद्ध भजन गायिका दिव्या वैष्णव ने सुन्दर भजनों की प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बन गया और सभी भक्तजन भक्तिरस की धारा में डूब गए।
महोत्सव के छठे दिवस पर प्रातः प्रभात बेला में गो शाला परिसर में सुरभि संकीर्तन के साथ प्रभातफेरी के बाद पूज्य महाराज जी गो सेवकों के साथ मंदसौर जिले की गरोठ तहसील के ढाकनी ग्राम में स्थित श्री रास बिहारी गोशाला में विराजित गौमाताओं के दर्शन कर गौपूजन कर गो प्रेमियों को गो सम्मान आह्वान से जुड़कर गो माताओं को सेवा,सुरक्षा एवं सम्मान दिलाने की बात कही।
श्री रासबिहारी गोशाला के संचालक नारायण सिंह ढाकनी ने अपने परिवार के साथ गो पूजन एवं गो सेवकों का बहुमान किया और अन्त में सभी गो सेवकों ने गो व्रती महापसादि ग्रहण की।