पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया “अभिमन्यु-3 अभियान” का परिचय और महत्व
मध्यप्रदेश/आगर मालवा/MKT LIVE NEWS(गिरिराज बंजारिया)। पुरानी कृषि उपज मंडी, आगर मालवा में गुरुवार को कलेक्टर श्रीमती प्रीति यादव के निर्देशन में आजीविका मेला का शुभारंभ किया गया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचल के लोगों, विशेषकर स्वयं सहायता समूहों, महिला उद्यमियों और कारीगरों को उनके उत्पादों जैसे हस्तशिल्प, घरेलू खाद्य पदार्थ, और हैंडलूम आदि को प्रदर्शित एवं विक्रय करने का अवसर देना है। यह मेला उनकी आजीविका बढ़ाने, उन्हें बाजार से जोड़ने और उनके कौशल को पहचान दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच सिद्ध हो रहा है। इस शुभारंभ अवसर पर विधायक मधु गहलोत, जिला पंचायत अध्यक्ष मुन्नाबाई, जिला पंचायत सीईओ नंदा भलावे कुशरे, भाजपा जिला अध्यक्ष ओम मालवीय एवं भैरोसिंह चौहान विशेष रूप से उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे मेले न केवल उत्पादों की बिक्री का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित जनसमूह को “अभिमन्यु-3 अभियान” के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह अभियान महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम, लैंगिक समानता की स्थापना और समाज में महिला सम्मान को बढ़ावा देने के लिए संचालित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला सुरक्षा केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि पूरे समाज का कर्तव्य है कि वह महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण निर्मित करे। अपने व्याख्यान में उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अभियान के अंतर्गत विद्यालयों, महाविद्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। महिलाओं को कानूनी अधिकारों और आत्मरक्षा के उपायों की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वे इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें और अपने परिवार व समाज में महिला सुरक्षा एवं सम्मान का संदेश फैलाएं। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने “अभिमन्यु शपथ” ली और महिलाओं के सम्मान तथा सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की। इस प्रकार “आजीविका मेला” के मंच से भी महिला सुरक्षा और समानता का संदेश व्यापक रूप से प्रसारित हुआ और यह आयोजन आर्थिक सशक्तिकरण के साथ सामाजिक जागरूकता का भी एक प्रेरणादायक उदाहरण बना।